इस पोस्ट में Pratibha devi singh patil essay, biography, jivani in hindi या प्रतिभा पाटिल जी : भारत की प्रथम महिला राष्ट्रपति पर निबंध उपलब्ध करवाया गया है तो चलिए शुरू करते हैं और जानकारी प्राप्त करते हैं.
Essay on "Pratibha devi singh patil" in hindi?
श्रीमती प्रतिभा सिंग पाटिल जी को हाल ही में भारत का नया राष्ट्रपति निर्वाचित किया गया था. उन्होंने डॉ. अब्दुल पाकिर जैनुल आबिदीन अब्दुल कलाम का स्थान ग्रहण किया था. वे भारत की राष्ट्रति निर्वाचित होने से पहले रास्थान राज्य की राज्यपाल थी. वह पहली महिला तथा महाराष्ट्र से चुने जाने वाई पहली नागरिक है जो राष्ट्रपति पद के निर्वाचित हुई है. वह एक सफल वकील रही है. उन्होंने भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस में विभिन पदों पर रह कर अपनी सकिय भूमिका अदा की है. श्रीमती पाटिल को 25 जुलाई सन् 2007 को भारत के प्रशन न्यायधीश श्री के.जी. बालकृष्णन ने राष्ट्रपति का पद की शपथ दिलाई.
प्रतिभा पाटिल जी का जन्म सारांश?
प्रतिभा पाटिल का जन्म 19 दिसम्बर सन् 1934 को महाराष्ट्र राज्य में जलगाँव नामक स्थान पर एक मराठा परिवार में हुआ था. उनकी प्राम्भिक शिक्षा जलगांव के आर. आर. स्कूल मे शुरू हुई थी और उतरी महाराष्ट्र विश्वविद्यालय जलगांवसे सम्बद्ध मूलजी जैथा (एम. जे. ) कॉलेज से उन्होंने (एम. ए) की डिग्री प्राप्त की तथा मुंबई विश्वविधालय से सम्बद्ध गवर्नमेंट लॉ कॉलेज, मुंबई से कानून की डिग्री हासिल की. श्रीमती प्रतिभा पाटिल को सन् 1962 में एम.जे. कॉलेज में “कॉलेज क्वीन” की पदवी से अलंकृत किया गया. इसी प्रकार बहुमुखी प्रतिभा पाटिल संपन्न श्रीमती पाटिल एक सफल अधिवक्ता बनने में सफल रही है.
Political career - प्रतिभा पाटिल जी राजनैतिक सफर?
प्रतिभा पाटिल ने अपना राजनैतिक सफर सन् 1962 में शुरू कर दिया था. सन् 1962 में श्रीमती पाटिल ने महाराष्ट्र विधान सभा सदस्य के रूप में जलगाँव जिले के एडलाबाद विधानसभा क्षेत्र का प्रतिनिधित्व किया ! सन् 1985 में इन्हें राज्यसभा क्षेत्र का सदस्य चुना गया और सन् 1986 में तत्कालीन प्रधानमंत्री तथा भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष श्री राजीव गाँधी के प्रयसो से इन्हें राज्यसभा का उपसभापति निर्वाचित किया गया ! इस पद पर वह सन् 1988 तक रही ! अपनी पार्टी के प्रति वफ़ादारी देख कर इन्हें 8 नवम्बर 2004 में राजस्थान का राज्यपाल नियुक्त किया गया.
श्रीमती पाटिल का विवाह 7 जुलाई सन् 1965 में एक शिक्षाविद् श्री देवीसिंह रनसिंह शेखावत के साथ सम्पन्न हुआ ! इन्होने राजनीति में अपनी पहचान स्वयं बनाई ! अपने पति के नाम का तनिक भी सहारा नहीं लिया ! इन्होने “विध्या भारतीय शिक्षण प्रसारक मंडल” नामक एक शिक्षण संस्था की स्थापना की जिसके अंतर्गत जलगांव और मुंबई के असंख्य विधालय और कॉलेज आते है ! अपने राजनीति सफर के दौरान श्रीमती पाटिल जी ने 1967 में वस्न्थ्रव नामक मंत्रीमंडल में शिक्षा उप-मत्री बनी तथा बाद में प्रांत के विभिन्न मुख्यमंत्रियों के केबिनेट मंत्री के पदों पर सुशोभित किया ! इसके बाद की राज्य सरकारों में विभिन्न मुख्यमंत्रियों के अधीन रहकर इन्होने पर्यटन, समाज कल्याण तथा आवास मंत्री पद का कुशलता पूर्वक दायित्व निभाया ! इन्हें किसी चुनाव में असफलता का सामना नहीं करना पड़ा.
राष्ट्रपति चुनाव के दौरान श्रीमती पाटिल को सत्तारूढ़ सयुक्त प्रगतिशील गठबंधन ने अपना प्रत्याशी घोषित किया और 19 जुलाई 2007 को इन्होने अपने निकटतम विरोधी निर्दलीय प्रत्याशी श्री भैरोसिंह शेखावत को तीन लाख से ज्यादा मतों से हराया और भारत की प्रथम महिला राष्ट्रपति बनकरएक नविन इतिहास रच दिया.
प्रतिभा पाटिल परिवार द्वारा नियंत्रित एक बैंक में वितीय अनियमितताओं के कारण भी इन पर दोषारोपण किया गया और “पर्दा” पर दिया गया इनका भाषण भि विवादों के केंद्र में आ गया ! लेकिन इन सभी विषम परिस्थितियों का प्रतिभा पाटिल ने बहादुरी और धैर्यससे सामना किया और वे देश के सर्वोच्च संवैधानिक पद पर आसानी होने से सफल रही.